6 महीने के शिशु का हृदय बहुत तेज गति से धड़कता है क्योंकि इस उम्र में उनका शरीर तेजी से विकसित हो रहा होता है और उन्हें अधिक ऑक्सीजन तथा ऊर्जा की आवश्यकता होती है। सामान्यतः एक 6 महीने के स्वस्थ शिशु का दिल प्रति मिनट 90 से 120 बार धड़कता है। यह दर कुछ मामलों में 160 धड़कनों तक भी पहुँच सकती है, खासकर जब बच्चा रो रहा हो या सक्रिय हो।
हृदय गति को प्रभावित करने वाले कारक:
1. शारीरिक स्थिति – बच्चा सो रहा हो, रो रहा हो या खेल रहा हो, इन सभी अवस्थाओं में धड़कनों की संख्या अलग हो सकती है।
2. बुखार या बीमारी – यदि बच्चे को बुखार है तो हृदय गति बढ़ सकती है।
3. भावनात्मक स्थिति – डर, घबराहट या उत्तेजना की स्थिति में हृदय की गति तेज हो सकती है।
4. औषधियाँ – कुछ दवाइयाँ भी हृदय की धड़कन को तेज या धीमा कर सकती हैं।
कैसे जाँचे बच्चे की हृदय गति?
दो उंगलियाँ बच्चे की कलाई (radial artery) या पैर (femoral artery) पर रखें।
60 सेकंड तक गिनें या 15 सेकंड तक गिनकर उसे 4 से गुणा करें।
कब डॉक्टर से संपर्क करें? अगर हृदय गति असामान्य रूप से तेज (160+ bpm) या बहुत धीमी (60 bpm से कम) हो, बच्चा सुस्त दिखे, साँस लेने में तकलीफ हो या होंठ नीले पड़ जाएँ, तो तुरंत बाल रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
निष्कर्ष:
6 महीने के शिशु की सामान्य हृदय गति 90 से 120 धड़कन प्रति मिनट होती है। यह शरीर के विकास और चयापचय (metabolism) के अनुसार एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। यदि इसमें कोई असामान्यता प्रतीत हो, तो चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें।
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