सर्वनाम (Pronoun) वह शब्द होता है जो संज्ञा (Noun) के स्थान पर प्रयोग किया जाता है। जब किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या जीव का नाम बार-बार दोहराना उचित न हो, तब उसकी जगह हम सर्वनाम का प्रयोग करते हैं। इससे वाक्य संक्षिप्त, सुंदर और प्रभावशाली बनता है।
उदाहरण के लिए:
राम स्कूल गया। राम ने पढ़ाई की।
यहाँ “राम” को बार-बार दोहराया गया है। इसे सर्वनाम से बदलें
राम स्कूल गया। वह पढ़ाई कर रहा था।
“वह” यहाँ सर्वनाम है, जो “राम” के लिए प्रयोग हुआ है।
सर्वनाम के मुख्य प्रकार:
1. पुरुषवाचक सर्वनाम (Personal Pronoun):
जैसे – मैं, तुम, वह, हम, वे आदि।
उदाहरण: मैं बाजार जा रहा हूँ।
2. निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronoun):
जैसे – स्वयं, खुद, अपने आप।
उदाहरण: उसने खुद से वादा किया।
3. निश्चयवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronoun):
जैसे – यह, वह, ये, वे
उदाहरण: यह किताब मेरी है।
4. प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronoun):
जैसे – कौन, क्या, किसने।
उदाहरण: यह किसने किया?
5. अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronoun):
जैसे – कोई, कुछ, प्रत्येक, सभी।
उदाहरण: कोई बाहर खड़ा है
6. सम्बंधवाचक सर्वनाम (Relative Pronoun):
जैसे – जो, जिसे, जिसका।
उदाहरण: वह लड़का जो गा रहा है, मेरा भाई है।
निष्कर्ष:
सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होने वाला महत्वपूर्ण शब्द है। यह भाषा को दोहराव से बचाता है और वाक्य को स्पष्ट तथा सरल बनाता है। व्याकरण की दृष्टि से यह वाक्य रचना में अत्यंत उपयोगी भूमिका निभाता है।
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