रिंग रोड (Ring Road) एक प्रकार की गोलाकार या वृताकार सड़क होती है जो किसी शहर या नगर के चारों ओर बनाई जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य शहर के अंदर से होकर जाने वाले भारी ट्रैफिक को बाहर की ओर मोड़ना होता है, ताकि नगर के भीतरी क्षेत्रों में जाम, प्रदूषण और दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।
रिंग रोड को “परिधीय मार्ग” या “बाईपास मार्ग” भी कहा जाता है। यह सड़कों का ऐसा नेटवर्क होता है जो शहर की परिधि पर स्थित होता है और विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों या प्रमुख सड़कों को आपस में जोड़ता है। इससे बिना शहर में घुसे, वाहन एक सिरे से दूसरे सिरे तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
रिंग रोड के लाभ:
1. यातायात में सुविधा – रिंग रोड से वाहनों को शहर के अंदर की भीड़भाड़ से बचाकर सीधे गंतव्य तक पहुँचाया जा सकता है।
2. समय की बचत – ट्रैफिक से बचकर वाहन जल्दी और सुरक्षित अपने स्थान तक पहुँच सकते हैं।
3. प्रदूषण में कमी – शहर के अंदर से भारी वाहन कम गुजरते हैं, जिससे वायु और ध्वनि प्रदूषण में कमी आती है।
4. विकास को बढ़ावा – रिंग रोड के आसपास नई कॉलोनियाँ, व्यापारिक केंद्र, और उद्योग विकसित होते हैं।
उदाहरण:
दिल्ली में “इनर रिंग रोड”, “आउटर रिंग रोड” और “ईस्टर्न वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे” जैसे रिंग रोड्स हैं, जो राजधानी में यातायात को सुचारु बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
निष्कर्ष:
रिंग रोड आधुनिक शहरों की आवश्यकता है। यह न केवल यातायात प्रबंधन में सहायक है बल्कि शहरी विकास और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है।
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