सरल आवर्त गति (Simple Harmonic Motion – SHM) एक प्रकार की दोलनी गति (Oscillatory Motion) है जिसमें कोई वस्तु बार-बार एक निश्चित बिंदु के चारों ओर आगे-पीछे गति करती है। इस गति की सबसे खास बात यह है कि वस्तु को जितना विस्थापित किया जाता है, उसे वापस खींचने वाला बल (restoring force) उतना ही अधिक हो जाता है और यह बल वस्तु के संतुलन बिंदु की ओर कार्य करता है।
सरल आवर्त गति में वस्तु की गति नियमबद्ध और आवर्ती होती है, यानी एक जैसे समयांतराल में बार-बार दोहराई जाती है। इसका एक उदाहरण है झूले (pendulum) की गति, जो एक ओर से दूसरी ओर समान रूप से चलती है।
उदाहरण:
झूला (Pendulum)
स्प्रिंग में लटकी वस्तु
सितार की कंपन करती तार
ध्वनि की तरंगें
सरल आवर्त गति का नियम:
इस गति में बल और विस्थापन के बीच यह संबंध होता है:
F = –kx
यहाँ:
F = पुनर्स्थापना बल (Restoring force)
k = बल नियतांक (Spring constant)
x = संतुलन बिंदु से विस्थापन
ऋणात्मक चिन्ह दर्शाता है कि बल हमेशा संतुलन बिंदु की ओर कार्य करता है।
विशेषताएँ:
1. गति का ग्राफ साइन या कोसाइन तरंग के समान होता है।
2. गति में स्थितिज ऊर्जा और गतिज ऊर्जा का लगातार रूपांतरण होता रहता है।
3. यह गति समय के साथ धीमी नहीं होती यदि कोई बाहरी बल या घर्षण न हो।
निष्कर्ष:
सरल आवर्त गति विज्ञान और तकनीक का एक मूलभूत सिद्धांत है। यह गति प्रकृति की लय और संतुलन को दर्शाती है। घड़ियों से लेकर संगीत वाद्ययंत्रों तक, सरल आवर्त गति का प्रयोग हमारे जीवन में अनेक जगह होता है। यह गति समझने से हम अनेक प्राकृतिक और कृत्रिम प्रणालियों को बेहतर समझ सकते हैं।
Suggested Answers
पासवर्ड को हिंदी में \"कूट शब्द\" या \"गुप्त शब्द\" कहा जाता है। यह एक ऐसा विशेष शब्द, वाक्यांश या कोड... और देखें
पत्ता गोभी, जिसे अंग्रेजी में कैबेज कहा जाता है, एक सस्ती, सुलभ और पोषक तत्वों से भरपूर सब्ज़ी है। इसका... और देखें
प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) एक सफेद, सूखा और महीन पाउडर होता है, जो पानी मिलाने पर जल्दी कठोर होकर एक... और देखें
PPC का पूरा नाम Pay-Per-Click है। यह एक प्रकार की डिजिटल मार्केटिंग रणनीति है जिसमें विज्ञापनदाता (Advertiser) हर बार भुगतान... और देखें
‘पति’ शब्द संस्कृत मूल से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है — स्वामी, रक्षक या संचालक। हिंदी भाषा में... और देखें
‘पाट’ शब्द हिंदी भाषा में कई अर्थों में उपयोग होता है, लेकिन इसका सबसे सामान्य और पारंपरिक अर्थ होता है... और देखें
पितृ पक्ष, जिसे श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक विशेष समय होता है जो पूर्वजों की... और देखें