सट्टा मटका एक अवैध जुए का खेल है जो भारत में कई वर्षों से प्रचलित है। यह खेल संख्याओं पर आधारित होता है जिसमें खिलाड़ी एक निश्चित संख्या चुनते हैं और यदि वह संख्या निकले तो वे बड़ी धनराशि जीत सकते हैं। “टाइम बाजार” सट्टा मटका का ही एक भाग है जो एक निश्चित समय पर परिणाम घोषित करता है।
टाइम बाजार में सट्टा खेलने वाले लोग एक तय समय के अनुसार अपनी संख्या चुनते हैं और उस पर दांव लगाते हैं। उदाहरण के लिए, सुबह 10:15 बजे या रात 9:30 बजे जैसे समय पर परिणाम घोषित किए जाते हैं। ये समय ‘टाइम बाजार’ के नाम से जाने जाते हैं क्योंकि इनमें सट्टा एक विशेष टाइम स्लॉट में खेला जाता है। जो संख्या निकलती है, उसे ‘रिजल्ट’ कहा जाता है, और उसी के अनुसार जीत और हार का निर्धारण होता है।
इस खेल का कोई वैध आधार नहीं होता। यह पूर्णतः किस्मत और अनुमान पर आधारित होता है। इसमें हारने की संभावना बहुत अधिक होती है और बहुत से लोग अपनी कमाई और संपत्ति खो बैठते हैं। समय के साथ सट्टा मटका में मोबाइल ऐप और वेबसाइट्स के जरिए भी लोगों को जोड़ा जा रहा है, जिससे यह अपराध और धोखाधड़ी का बड़ा माध्यम बनता जा रहा है।
भारत में सट्टा मटका को गैरकानूनी घोषित किया गया है। इसके बावजूद कई शहरों और कस्बों में चोरी-छुपे यह खेल चलता रहता है, जिससे पुलिस और प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ती है।
निष्कर्षतः, टाइम बाजार सट्टा मटका का एक अवैध और जोखिमभरा रूप है। इससे दूर रहना ही समझदारी है क्योंकि यह न केवल आर्थिक नुकसान करता है, बल्कि व्यक्ति को अपराध की ओर भी धकेल सकता है।
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