सावन का महीना हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है, विशेष रूप से भगवान शिव की उपासना के लिए। इस दौरान न केवल धार्मिक नियमों का पालन किया जाता है, बल्कि खान-पान में भी विशेष सावधानी बरती जाती है। यह समय बारिश का भी होता है, जिसमें पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। इसलिए कुछ चीजों से परहेज़ करना ज़रूरी होता है।
1. मांसाहारी भोजन:
सावन में मांस, मछली, अंडा जैसे मांसाहारी पदार्थों का सेवन वर्जित माना गया है। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से निषेध है बल्कि इस मौसम में ये चीज़ें जल्दी खराब भी हो जाती हैं।
2. लहसुन और प्याज:
यह तामसिक भोजन में गिना जाता है, जिससे मन में चंचलता और क्रोध की भावना बढ़ सकती है। उपासना काल में सात्विक भोजन ही उचित माना गया है।
3. दूध से बनी चीजें (जैसे दही, छाछ):
मानसून में इन चीज़ों से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। खासकर दही और छाछ को टालना चाहिए क्योंकि ये शरीर में कफ बढ़ाते हैं।
4. हरी पत्तेदार सब्जियां:
जैसे पालक, बथुआ, सरसों आदि में बारिश के कारण कीड़े लगने की संभावना रहती है। इन्हें धोकर भी खाने से पाचन गड़बड़ हो सकता है।
5. तला-भुना भोजन और स्ट्रीट फूड:
बारिश में सड़क किनारे मिलने वाले पकौड़े, समोसे आदि खाने से पेट खराब होने की संभावना रहती है।
6. अधिक नमक और मसाले:
ये शरीर में गर्मी और एसिडिटी बढ़ाते हैं, जो कि इस मौसम में ठीक नहीं है।
निष्कर्ष:
सावन में शुद्ध, हल्का और सात्विक भोजन करना ही सर्वोत्तम होता है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी लाभदायक माना जाता है।
Suggested Answers
ऋषि पंचमी हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता... और देखें
सर्दियों का मौसम ठंडा और सूखा होता है, इसलिए इस दौरान हमारा शरीर ज्यादा ऊर्जा चाहता है और उसे गर्माहट... और देखें
का नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन होता है, क्योंकि यह रातभर की भूख के बाद शरीर को नई ऊर्जा... और देखें
उत्खनन एक सुनियोजित वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसमें पृथ्वी की सतह को सावधानीपूर्वक खोदकर उसके नीचे छिपी प्राचीन सभ्यताओं, अवशेषों और... और देखें
A healthy lifestyle is an overall approach that emphasises activities that improve physical, mental, and emotional well-being. In the modern... और देखें
जब शरीर में कमजोरी महसूस होती है, तो इसका मतलब होता है कि शरीर को ज़रूरी पोषण नहीं मिल पा... और देखें