भगवान शिव की पूजा में विभिन्न प्रकार की वस्तुएं चढ़ाई जाती हैं, जो उनकी आराधना में विशेष महत्व रखती हैं। शिवजी को चढ़ाने वाली चीजें उनके प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक होती हैं। इन्हें चढ़ाने से भक्तों के मन की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्हें आशीर्वाद मिलता है।
सबसे पहले, बेलपत्र भगवान शिव को चढ़ाने के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है। बेलपत्र तीन पंखुड़ियों वाला होता है, जो त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु, और महेश) का प्रतीक है। शिवजी को ताजा और स्वच्छ बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है।
दूध भी शिवजी को बहुत प्रिय है। दूध से अभिषेक करना उनके प्रति भक्ति और शुद्धता का संकेत है। इसके अलावा जल या गंगाजल चढ़ाना भी आवश्यक होता है क्योंकि गंगा जी भगवान शिव की जटाओं से निकली मानी जाती हैं।
भांग, धतूरा, और गुलाब की पंखुड़ियां भी भगवान शिव को चढ़ाई जाती हैं। भांग और धतूरा उनके आध्यात्मिक रूप का प्रतीक हैं। इसके अलावा, शिवलिंग पर चंदन और कर्पूर लगाने से पूजा और भी पवित्र होती है।
फल और मधु (शहद) भी चढ़ाना शुभ माना जाता है। विशेष रूप से आम, केले, नारियल और तिल के बीज शिवजी को अर्पित किए जाते हैं। इसके अलावा, लड्डू या मिट्ठाई भी भक्त चढ़ाते हैं।
शिवजी को चढ़ाने के समय शुद्धता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा के दौरान मन में सच्ची श्रद्धा और भक्ति होनी चाहिए।
निष्कर्ष:
भगवान शिव को बेलपत्र, दूध, गंगाजल, भांग, धतूरा, चंदन, फल, और मिठाई चढ़ाना शुभ माना जाता है। इन वस्तुओं को श्रद्धा और भक्ति भाव से अर्पित करने से शिवजी की कृपा बनी रहती है और भक्तों के जीवन में सुख-शांति आती है।
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