सोवियत संघ (Soviet Sangh), जिसे यूएसएसआर (USSR – Union of Soviet Socialist Republics) भी कहा जाता है, 20वीं शताब्दी का एक शक्तिशाली साम्यवादी देश था जो 1922 से 1991 तक अस्तित्व में रहा। इसका गठन 1917 की बोल्शेविक क्रांति के बाद हुआ, जब रूस में ज़ारशाही शासन को समाप्त कर दिया गया और व्लादिमीर लेनिन के नेतृत्व में एक समाजवादी सरकार बनी।
सोवियत संघ में कुल 15 गणराज्य शामिल थे, जिनमें रूस, यूक्रेन, बेलारूस, कज़ाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, अज़रबैजान, लातविया, लिथुआनिया, एस्तोनिया आदि प्रमुख थे। इसका सबसे बड़ा और प्रभावशाली गणराज्य रूस था, जिसकी राजधानी मास्को थी।
सोवियत संघ का शासन एकदलीय था और इसे कम्युनिस्ट पार्टी नियंत्रित करती थी। यहां का उद्देश्य था – समाजवाद के सिद्धांतों के आधार पर समानता, संपत्ति का राष्ट्रीयकरण और सामाजिक कल्याण।
सोवियत संघ ने द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी के खिलाफ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और इसके बाद यह अमेरिका के साथ शीत युद्ध (Cold War) में शामिल हो गया। इस दौर में उसने अंतरिक्ष, परमाणु शक्ति, और सैन्य क्षेत्र में भारी उन्नति की।
लेकिन 1980 के दशक के अंत तक इसकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई। मिखाइल गोर्बाचेव के नेतृत्व में जब ग्लासनोस्त (खुलापन) और पेरेस्त्रोइका (सुधार) जैसी नीतियाँ लागू की गईं, तो इससे असंतोष और स्वतंत्रता की मांगें बढ़ने लगीं। अंततः 1991 में सोवियत संघ टूट गया और इसके गणराज्य स्वतंत्र राष्ट्र बन गए।
निष्कर्ष:
सोवियत संघ 20वीं शताब्दी का एक शक्तिशाली राष्ट्र था, जिसने विश्व राजनीति और समाजवाद को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई। इसका विघटन आधुनिक विश्व इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है।
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