गौरैया (Sparrow) एक छोटी, चंचल और अत्यंत प्रिय पक्षी है जो गांवों से लेकर शहरों तक आमतौर पर देखी जा सकती है। यह पक्षी दिखने में भले ही साधारण लगती हो, लेकिन इसका जीवन चक्र और भोजन की आदतें बहुत रोचक होती हैं। नीचे बिंदुवार बताया गया है कि गौरैया क्या खाती है:
– अनाज और बीज: गौरैया का मुख्य आहार छोटे अनाज और बीज होते हैं, जैसे कि बाजरा, ज्वार, चावल, गेहूं, तिल, और सरसों। ये उसे ऊर्जा और पोषण देते हैं।
– कीट और कीड़े: गौरैया विशेष रूप से अपने बच्चों को प्रोटीन देने के लिए छोटे-छोटे कीट, कीड़े और मक्खियाँ पकड़ती है। खेतों में पाए जाने वाले कीट उसके आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं।
– फल और सब्जियाँ: यह छोटे फलों के टुकड़े, जैसे पपीता, केला, और टमाटर आदि भी खा लेती है। अगर यह खुले में रखा हो तो गौरैया उसका स्वाद लेती है।
– इंसानों के झूठे भोजन के टुकड़े: अक्सर घरों या ढाबों के आसपास गौरैया रोटी, चावल या नमकीन के टुकड़े खाती हुई देखी जा सकती है।
– पानी और मिट्टी: गर्मियों में गौरैया साफ पानी की तलाश में रहती है। वह कभी-कभी मिट्टी या गीली रेत भी चोंच से उठाकर खाती है ताकि उसे जरूरी मिनरल्स मिल सकें।
– बच्चों को विशेष भोजन: जब गौरैया के बच्चे होते हैं, तब वह केवल प्रोटीनयुक्त भोजन जैसे कीट और कीड़े लाकर उन्हें खिलाती है ताकि उनका विकास अच्छा हो।
निष्कर्ष:
गौरैया एक सर्वाहारी पक्षी है, जो प्राकृतिक और मानव-निर्मित दोनों प्रकार के भोजन पर निर्भर करती है। हमें गौरैया के भोजन और पानी की व्यवस्था करके इसे बचाने में मदद करनी चाहिए, क्योंकि यह पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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